7. परन्तु पागुर करने वाले वा चिरे खुर वालों में से इन पशुओं को, अर्थात ऊंट, खरहा, और शापान को न खाना, क्योंकि ये पागुर तो करते हैं परन्तु चिरे खुर के नही होते, इस कारण वे तुम्हारे लिये अशुद्ध हैं।
8. फिर सूअर, जो चिरे खुर का होता है परन्तु पागुर नहीं करता, इस कारण वह तुम्हारे लिये अशुद्ध है। तुम न तो इनका मांस खाना, और न इनकी लोथ छूना॥
9. फिर जितने जलजन्तु हैं उन में से तुम इन्हें खा सकते हो, अर्थात जितनों के पंख और छिलके होते हैं।
10. परन्तु जितने बिना पंख और छिलके के होते हैं उन्हें तुम न खाना; क्योंकि वे तुम्हारे लिये अशुद्ध हैं॥
11. सब शुद्ध पक्षियों का मांस तो तुम खा सकते हो।
12. परन्तु इनका मांस न खाना, अर्थात उकाब, हड़फोड़, कुरर;
13. गरूड़, चील और भांति भांति के शाही;
14. और भांति भांति के सब काग;
15. शुतर्मुर्ग, तहमास, जलकुक्कट, और भांति भांति के बाज;
16. छोटा और बड़ा दोनों जाति का उल्लू, और घुग्घू;
17. धनेश, गिद्ध, हाड़गील;
18. सारस, भांति भांति के बगुले, नौवा, और चमगीदड़।
19. और जितने रेंगने वाले पखेरू हैं वे सब तुम्हारे लिये अशुद्ध हैं; वे खाए न जाएं।
20. परन्तु सब शुद्ध पंख वालों का मांस तुम खा सकते हो॥
21. जो अपनी मृत्यु से मर जाए उसे तुम न खाना; उसे अपने फाटकों के भीतर किसी परदेशी को खाने के लिये दे सकते हो, वा किसी पराए के हाथ बेच सकते हो; परन्तु तू तो अपने परमेश्वर यहोवा के लिये पवित्र समाज है। बकरी का बच्चा उसकी माता के दूध में न पकाना॥
22. बीज की सारी उपज में से जो प्रतिवर्ष खेत में उपके उसका दंशमांश अवश्य अलग करके रखना।