विलापगीत 3:49-65 हिंदी पवित्र बाइबल (HHBD)

49. मेरी आंख से लगातार आंसू बहते रहेंगे,

50. जब तक यहोवा स्वर्ग से मेरी ओर न देखे;

51. अपनी नगरी की सब स्त्रियों का हाल देखने पर मेरा दु:ख बढ़ता है।

52. जो व्यर्थ मेरे शत्रु बने हैं, उन्होंने निर्दयता से चिडिय़ा के समान मेरा अहेर किया है;

53. उन्होंने मुझे गड़हे में डाल कर मेरे जीवन का अन्त करने के लिये मेरे ऊपर पत्थर लुढ़काए हैं;

54. मेरे सिर पर से जल बह गया, मैं ने कहा, मैं अब नाश हो गया।

55. हे यहोवा, गहिरे गड़हे में से मैं ने तुझ से प्रार्थना की;

56. तू ने मेरी सुनी कि जो दोहाई देकर मैं चिल्लाता हूँ उस से कान न फेर ले!

57. जब मैं ने तुझे पुकारा, तब तू ने मुझ से कहा, मत डर!

58. हे यहोवा, तू ने मेरा मुक़द्दमा लड़ कर मेरा प्राण बचा लिया है।

59. हे यहोवा, जो अन्याय मुझ पर हुआ है उसे तू ने देखा है; तू मेरा न्याय चुका।

60. जो बदला उन्होंने मुझ से लिया, और जो कल्पनाएं मेरे विरुद्ध कीं, उन्हें भी तू ने देखा है।

61. हे यहोवा, जो कल्पनाएं और निन्दा वे मेरे विरुद्ध करते हैं, वे भी तू ने सुनी हैं।

62. मेरे विरोधियों के वचन, और जो कुछ भी वे मेरे विरुद्ध लगातार सोचते हैं, उन्हें तू जानता है।

63. उनका उठना-बैठना ध्यान से देख; वे मुझ पर लगते हुए गीत गाते हैं।

64. हे यहोवा, तू उनके कामों के अनुसार उन को बदला देगा।

65. तू उनका मन सुन्न कर देगा; तेरा शाप उन पर होगा।

विलापगीत 3