13. फिर पक्षियों में से इन को अशुद्ध जानना, ये अशुद्ध होने के कारण खाए न जाएं, अर्थात उकाब, हड़फोड़, कुरर,
14. शाही, और भांति भांति की चील,
15. और भांति भांति के सब काग,
16. शुतुर्मुर्ग, तखमास, जलकुक्कुट, और भांति भांति के बाज,
17. हवासिल, हाड़गील, उल्लू,
18. राजहँस, धनेश, गिद्ध,
19. लगलग, भांति भांति के बगुले, टिटीहरी और चमगीदड़॥
20. जितने पंख वाले चार पांवों के बल चरते हैं वे सब तुम्हारे लिये अशुद्ध हैं।
21. पर रेंगने वाले और पंख वाले जो चार पांवों के बल चलते हैं, जिनके भूमि पर कूदने फांदने को टांगे होती हैं उन को तो खा सकते हो।
22. वे ये हैं, अर्थात भांति भांति की टिड्डी, भांति भांति के फनगे, भांति भांति के हर्गोल, और भांति भांति के हागाब।
23. परन्तु और सब रेंगने वाले पंख वाले जो चार पांव वाले होते हैं वे तुम्हारे लिये अशुद्ध हैं॥