1. फिर उस ने आंख उठाकर धनवानों को अपना अपना दान भण्डार में डालते देखा।
2. और उस ने एक कंगाल विधवा को भी उस में दो दमडिय़ां डालते देखा।
3. तब उस ने कहा; मैं तुम से सच कहता हूं कि इस कंगाल विधवा ने सब से बढ़कर डाला है।
4. क्योंकि उन सब ने अपनी अपनी बढ़ती में से दान में कुछ डाला है, परन्तु इस ने अपनी घटी में से अपनी सारी जीविका डाल दी है॥