9. सो आगे को फले तो भला, नहीं तो उसे काट डालना।
10. सब्त के दिन वह एक आराधनालय में उपदेश कर रहा था॥
11. और देखो, एक स्त्री थी, जिसे अठारह वर्ष से एक र्दुबल करने वाली दुष्टात्मा लगी थी, और वह कुबड़ी हो गई थी, और किसी रीति से सीधी नहीं हो सकती थी।
12. यीशु ने उसे देखकर बुलाया, और कहा हे नारी, तू अपनी र्दुबलता से छूट गई।