18. हे दीबोन की रहने वाली तू अपना वैभव छोड़कर प्यासी बैठी रह! क्योंकि मोआब के नाश करने वाले ने तुझ पर चढ़ाई कर के तेरे दृढ़ गढ़ों को नाश किया है।
19. हे अरोएर की रहने वाली तू मार्ग में खड़ी हो कर ताकती रह! जो भागता है उस से, और जो बच निकलती है उस से पूछ, कि, क्या हुआ है?
20. मोआब की आशा टूटेगी, वह विस्मित हो गया; तुम हाय हाय करो और चिल्लाओ; अर्नोन में भी यह बताओ कि मोआब नाश हुआ है।
21. चौरस भूमि के देश में होलोन,
22. यहसा, मेपात, दीबोन, नबो, बेतदिबलातैम,
23. और किर्य्यातैम, बेतगामूल, बेतमोन,
24. और करिय्योत, बोस्रा, और क्या दूर क्या निकट, मोआब देश के सारे नगरों में दण्ड की आज्ञा पूरी हुई है।
25. यहोवा की यह वाणी है, मोआब का सींग कट गया, और भुजा टूट गई है।