8. तब एबेदमेलेक राजभवन से निकल कर राजा से कहने लगा,
9. हे मेरे स्वामी, हे राजा, उन लोगों ने यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता से जो कुछ किया है वह बुरा किया है, क्योंकि उन्होंने उसको गड़हे में डाल दिया है; वहां वह भूख से मर जाएगा क्योंकि नगर में कुछ रोटी नहीं रही है।
10. तब राजा ने एबेदमेलेक कूशी को यह आज्ञा दी कि यहां से तीस पुरुष साथ ले कर यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता को मरने से पहिले गड़हे में से निकाल।
11. सो एबेदमेलेक उतने पुरुषों को साथ ले कर राजभवन के भण्डार के तलघर में गया; और वहां से फटे-पुराने कपड़े और चिथड़े ले कर यिर्मयाह के पास उस गड़हे में रस्सियों से उतार दिए।