1. यहोवा की ओर से यह वचन यिर्मयाह के पास पहुंचा, उठ कर कुम्हार के घर जा,
2. और वहां मैं तुझे अपने वचन सुनवाऊंगा।
3. सो मैं कुम्हार के घर गया और क्या देखा कि वह चाक पर कुछ बना रहा है!
4. और जो मिट्टी का बासन वह बना रहा था वह बिगड़ गया, तब उसने उसी का दूसरा बासन अपनी समझ के अनुसार बना दिया।