1. यहोवा ने मुझ से यों कहा, जा कर सनी की एक पेटी मोल ले, उसे कमर में बान्ध और जल में मत भीगने दे।
2. तब मैं ने एक पेटी मोल ले कर यहोवा के वचन के अनुसार अपनी कमर में बान्ध ली।
3. तब तूसरी बार यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा कि
4. जो पेटी तू ने मोल ले कर कटि में कस ली है, उसे परात के तीर पर ले जा और वहां उसे कड़ाड़े पर की एक दरार में छिपा दे।
5. यहोवा की इस आज्ञा के अनुसार मैं ने उसको परात के तीर पर ले जा कर छिपा दिया।
6. बहुत दिनों के बाद यहोवा ने मुझ से कहा, उठ, फिर परात के पास जा, और जिस पेटी को मैं ने तुझे वहां छिपाने की आज्ञा दी उसे वहां से ले ले।
7. तब मैं परात के पास गया ओर खोद कर जिस स्थान में मैं ने पेटी को छिपाया था, वहां से उसको निकाल लिया। और देखो, पेटी बिगड़ गई थी; वह किसी काम की न रही।
8. तब यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुचा, यहोवा यों कहता है,
9. इसी प्रकार से मैं यहूदियों का गर्व, और यरूशलेम का बड़ा गर्व नष्ट कर दूंगा।