19. वहां से वह सिवाना बेथोग्ला की उत्तर अलंग से जा कर खारे ताल की उत्तर ओर के कोल में यरदन के मुहाने पर निकला; दक्खिन का सिवाना यही ठहरा।
20. और पूर्व की ओर का सिवाना यरदन ही ठहरा। बिन्यामीनियों का भाग, चारों ओर के सिवानों सहित, उनके कुलों के अनुसार, यही ठहरा।
21. और बिन्यामीनियों के गोत्र को उनके कुलों के अनुसार ये नगर मिले, अर्थात यरीहो, बेथोग्ला, एमेक्कसीस,
22. बेतराबा, समारैम, बेतेल,
23. अव्वीम, पारा, ओप्रा,
24. कपरम्मोनी, ओप्नी और गेबा; ये बारह नगर और इनके गांव मिले।
25. फिर गिबोन, रामा, बेरोत,
26. मिस्पे, कपीरा, मोसा,
27. रेकेम, यिर्पेल, तरला,
28. सेला, एलेप, यबूस (जो यरूशलेम भी कहलाता है), गिबत और किर्यत; ये चौदह नगर और इनके गांव उन्हें मिले। बिन्यामीनियों का भाग उनके कुलों के अनुसार यही ठहरा॥