19. वह बोली, मुझे आशीर्वाद दे; तू ने मुझे दक्खिन देश में की कुछ भूमि तो दी है, मुझे जल के सोते भी दे। तब उसने ऊपर के सोते, नीचे के सोते, दोनों उसे दिए॥
20. यहूदियों के गोत्र का भाग तो उनके कुलों के अनुसार यही ठहरा॥
21. और यहूदियों के गोत्र के किनारे- वाले नगर दक्खिन देश में एदोम के सिवाने की ओर ये हैं, अर्थात कबसेल, एदेर, यागूर,
22. कीना, दीमोना, अदादा,
23. केदेश, हासोर, यित्नान,
24. जीप, तेलेम, बालोत,
25. हासोर्हदत्ता, करिय्योथेस्रोन, (जो हासोर भी कहलाता है),
26. और अमाम, शमा, मोलादा,
27. हसर्गद्दा, हेशमोन, बेत्पालेत,
28. हसर्शूआल, बेर्शेबा, बिज्योत्या,
29. बाला, इय्यीम, एसेम,
30. एलतोलद, कसील, होर्मा,
31. सिकलग, मदमन्ना, सनसन्ना,
32. लबाओत, शिल्हीम, ऐन, और रिम्मोन; ये सब नगर उन्तीस हैं, और इनके गांव भी हैं॥
33. और नीचे के देश में ये हैं; अर्थात एशताओल सोरा, अशना,
34. जानोह, एनगन्नीम, तप्पूह, एनाम,
35. यर्मूत, अदुल्लाम, सोको, अजेका,
36. शारैम, अदीतैम, गदेरा, और गदेरोतैम; ये सब चौदह नगर हैं, और इनके गांव भी हैं॥
37. फिर सनान, हदाशा, मिगदलगाद,
38. दिलान, मिस्पे, योक्तेल,