11. इसलिये मेरा मन मोआब के कारण और मेरा हृदय कीरहैरेस के कारण वीणा का सा क्रन्दन करता है॥
12. और जब मोआब ऊंचे स्थान पर मुंह दिखाते दिखाते थक जाए, और प्रार्थना करने को अपने पवित्र स्थान में आए, तो उसे कुछ लाभ न होगा।
13. यही वह बात है जो यहोवा ने इस से पहिले मोआब के विषय में कही थी।
14. परन्तु अब यहोवा ने यों कहा है कि मजदूरों के वर्षों के समान तीन वर्ष के भीतर मोआब का वैभव और उसकी भीड़-भाड़ सब तुच्छ ठहरेगी; और थोड़े जो बचेंगे उनका कोई बल न होगा॥