8. सिय्योन सुन कर आनन्दित हुई, और यहूदा की बेटियां मगन हुईं; हे यहोवा, यह तेरे नियमों के कारण हुआ।
9. क्योंकि हे यहोवा, तू सारी पृथ्वी के ऊपर परमप्रधान है; तू सारे देवताओं से अधिक महान ठहरा है।
10. हे यहोवा के प्रेमियों, बुराई से घृणा करो; वह अपने भक्तों के प्राणो की रक्षा करता, और उन्हें दुष्टों के हाथ से बचाता है।
11. धर्मी के लिये ज्योति, और सीधे मन वालों के लिये आनन्द बोया गया है।
12. हे धर्मियों यहोवा के कारण आनन्दित हो; और जिस पवित्र नाम से उसका स्मरण होता है, उसका धन्यवाद करो!