भजन संहिता 127:5 हिंदी पवित्र बाइबल (HHBD)

क्या ही धन्य है वह पुरूष जिसने अपने तर्कश को उन से भर लिया हो! वह फाटक के पास शत्रुओं से बातें करते संकोच न करेगा॥

भजन संहिता 127

भजन संहिता 127:1-5