137. हे यहोवा तू धर्मी है, और तेरे नियम सीधे हैं।
138. तू ने अपनी चितौनियों को धर्म और पूरी सत्यता से कहा है।
139. मैं तेरी धुन में भस्म हो रहा हूं, क्योंकि मेरे सताने वाले तेरे वचनों को भूल गए हैं।
140. तेरा वचन पूरी रीति से ताया हुआ है, इसलिये तेरा दास उस में प्रीति रखता है।
141. मैं छोटा और तुच्छ हूं, तौभी मैं तेरे उपदेशों को नही भूलता।
142. तेरा धर्म सदा का धर्म है, और तेरी व्यवस्था सत्य है।