2. मेरी आज्ञाओं को मान, इस से तू जीवित रहेगा, और मेरी शिक्षा को अपनी आंख की पुतली जान;
3. उन को अपनी उंगलियों में बान्ध, और अपने हृदय की पटिया पर लिख ले।
4. बुद्धि से कह कि, तू मेरी बहिन है, और समझ को अपनी साथिन बना;
5. तब तू पराई स्त्री से बचेगा, जो चिकनी चुपड़ी बातें बोलती है॥