नीतिवचन 23:8-23 हिंदी पवित्र बाइबल (HHBD)

8. जो कौर तू ने खाया हो, उसे उगलना पड़ेगा, और तू अपनी मीठी बातों का फल खोएगा।

9. मूर्ख के साम्हने न बोलना, नहीं तो वह तेरे बुद्धि के वचनों को तुच्छ जानेगा।

10. पुराने सिवानों को न बढ़ाना, और न अनाथों के खेत में घुसना;

11. क्योंकि उनका छुड़ाने वाला सामर्थी है; उनका मुकद्दमा तेरे संग वही लड़ेगा।

12. अपना हृदय शिक्षा की ओर, और अपने कान ज्ञान की बातों की ओर लगाना।

13. लड़के की ताड़ना न छोड़ना; क्योंकि यदि तू उसका छड़ी से मारे, तो वह न मरेगा।

14. तू उसका छड़ी से मार कर उसका प्राण अधोलोक से बचाएगा।

15. हे मेरे पुत्र, यदि तू बुद्धिमान हो, तो विशेष कर के मेरा ही मन आनन्दित होगा।

16. और जब तू सीधी बातें बोले, तब मेरा मन प्रसन्न होगा।

17. तू पापियों के विषय मन में डाह न करना, दिन भर यहोवा का भय मानते रहना।

18. क्योंकि अन्त में फल होगा, और तेरी आशा न टूटेगी।

19. हे मेरे पुत्र, तू सुन कर बुद्धिमान हो, और अपना मन सुमार्ग में सीधा चला।

20. दाखमधु के पीने वालों में न होना, न मांस के अधिक खाने वालों की संगति करना;

21. क्योंकि पियक्कड़ और खाऊ अपना भाग खोते हैं, और पीनक वाले को चिथड़े पहिनने पड़ते हैं।

22. अपने जन्माने वाले की सुनना, और जब तेरी माता बुढिय़ा हो जाए, तब भी उसे तुच्छ न जानना।

23. सच्चाई को मोल लेना, बेचना नहीं; और बुद्धि और शिक्षा और समझ को भी मोल लेना।

नीतिवचन 23