17. खम्भों और उनकी कुसिर्यों समेत आंगन के पर्दे, और आंगन के द्वार के पर्दे;
18. निवास और आंगन दोनों के खूंटे, और डोरियां;
19. पवित्रस्थान में सेवा टहल करने के लिये काढ़े हुए वस्त्र, और याजक का काम करने के लिये हारून याजक के पवित्र वस्त्र, और उसके पुत्रों के वस्त्र भी॥
20. तब इस्त्राएलियों की सारी मण्डली मूसा के साम्हने से लौट गई।