21. यह हारून और उसके पीढ़ी पीढ़ी के वंश के लिये सदा की विधि ठहरे॥
22. फिर यहोवा ने मूसा से कहा,
23. तू मुख्य मुख्य सुगन्ध द्रव्य, अर्थात पवित्रस्थान के शेकेल के अनुसार पांच सौ शेकेल अपने आप निकला हुआ गन्धरस, और उसका आधा, अर्थात अढ़ाई सौ शेकेल सुगन्धित अगर,
24. और पांच सौ शेकेल तज, और एक हीन जलपाई का तेल ले कर
25. उन से अभिषेक का पवित्र तेल, अर्थात गन्धी की रीति से तैयार किया हुआ सुगन्धित तेल बनवाना; यह अभिषेक का पवित्र तेल ठहरे।
26. और उससे मिलाप वाले तम्बू का, और साक्षीपत्र के सन्दूक का,
27. और सारे सामान समेत मेज़ का, और सामान समेत दीवट का, और धूपवेदी का,
28. और सारे सामान समेत होमवेदी का, और पाए समेत हौदी का अभिषेक करना।
29. और उन को पवित्र करना, जिस से वे परमपवित्र ठहरें; और जो कुछ उन से छू जाएगा वह पवित्र हो जाएगा।