6. फिर पच्छिमी सिवाना महासमुद्र हो; तुम्हारा पच्छिमी सिवाना यही ठहरे।
7. और तुम्हारा उत्तरीय सिवाना यह हो, अर्थात तुम महासमुद्र से ले होर पर्वत तक सिवाना बन्धाना;
8. और होर पर्वत से हामात की घाटी तक सिवाना बान्धना, और वह सदाद पर निकले;
9. फिर वह सिवाना जिप्रोन तक पहुंचे, और हसरेनान पर निकले; तुम्हारा उत्तरीय सिवाना यही ठहरे।
10. फिर अपना पूरबी सिवाना हसरेनान से शपाम तक बान्धना;
11. और वह सिवाना शपाम से रिबला तक, जो ऐन की पूर्व की ओर है, नीचे को उतरते उतरते किन्नेरेत नाम ताल के पूर्व से लग जाए;
12. और वह सिवाना यरदन तक उतर के खारे ताल के तट पर निकले। तुम्हारे देश के चारों सिवाने ये ही ठहरें।