13. उनका प्रस्थान यहोवा की उस आज्ञा के अनुसार जो उसने मूसा को दी थी आरम्भ हुआ।
14. और सब से पहले तो यहूदियों की छावनी के झंडे का प्रस्थान हुआ, और वे दल बान्धकर चले; और उन का सेनापति अम्मीनादाब का पुत्र नहशोन था।
15. और इस्साकारियों के गोत्र का सेनापति सूआर का पुत्र नतनेल था।
16. और जबूलूनियों के गोत्र का सेनापति हेलोन का पुत्र एलीआब था।
17. तब निवास उतारा गया, और गेर्शोनियोंऔर मरारियों ने जो निवास को उठाते थे प्रस्थान किया।
18. फिर रूबेन की छावनी झंडे का कूच हुआ, और वे भी दल बनाकर चले; और उनका सेनापति शदेऊर का पुत्र एलीशूर था।
19. और शिमोनियों के गोत्र का सेनापति सूरीशद्दै का पुत्र शलूमीएल था।
20. और गादियों के गोत्र का सेनापति दूएल का पुत्र एल्यासाप था।
21. तब कहातियों ने पवित्र वस्तुओं को उठाए हुए प्रस्थान किया, और उनके पहुंचने तक गेर्शोनियोंऔर मरारियों ने निवास को खड़ा कर दिया।
22. फिर एप्रैमियों की छावनी के झंडे का कूच हुआ, और वे भी दल बनाकर चले; और उनका सेनापति अम्मीहूद का पुत्र एलीशामा था।
23. और मनश्शेइयों के गोत्र को सेनापति पदासूर का पुत्र गम्लीएल था।
24. और बिन्यामीनियों के गोत्र का सेनापति गिदोनी का पुत्र अबीदान था।