15. उसने एक विश्रामस्थान देखकर, कि अच्छा है, और एक देश, कि मनोहर है, अपने कन्धे को बोझ उठाने के लिये झुकाया, और बेगारी में दास का सा काम करने लगा॥
16. दान इस्राएल का एक गोत्र हो कर अपने जातिभाइयों का न्याय करेगा॥
17. दान मार्ग में का एक सांप, और रास्ते में का एक नाग होगा, जो घोड़े की नली को डंसता है, जिस से उसका सवार पछाड़ खाकर गिर पड़ता है॥
18. हे यहोवा, मैं तुझी से उद्धार पाने की बाट जोहता आया हूं॥
19. गाद पर एक दल चढ़ाई तो करेगा; पर वह उसी दल के पिछले भाग पर छापा मारेगा॥
20. आशेर से जो अन्न उत्पन्न होगा वह उत्तम होगा, और वह राजा के योग्य स्वादिष्ट भोजन दिया करेगा॥
21. नप्ताली एक छूटी हुई हरिणी है; वह सुन्दर बातें बोलता है॥