21. फिर शेम, जो सब एबेरवंशियों का मूलपुरूष हुआ, और जो येपेत का ज्येष्ठ भाई था, उसके भी पुत्र उत्पन्न हुए।
22. शेम के पुत्र: एलाम, अश्शूर, अर्पक्षद, लूद और आराम हुए।
23. और आराम के पुत्र: ऊस, हूल, गेतेर और मश हुए।
24. और अर्पक्षद ने शेलह को, और शेलह ने एबेर को जन्म दिया।
25. और एबेर के दो पुत्र उत्पन्न हुए, एक का नाम पेलेग इस कारण रखा गया कि उसके दिनों में पृथ्वी बंट गई, और उसके भाई का नाम योक्तान है।
26. और योक्तान ने अल्मोदाद, शेलेप, हसर्मावेत, थेरह,
27. यदोरवाम, ऊजाल, दिक्ला,
28. ओबाल, अबीमाएल, शबा,
29. ओपीर, हवीला, और योबाब को जन्म दिया: ये ही सब योक्तान के पुत्र हुए।
30. इनके रहने का स्थान मेशा से ले कर सपारा जो पूर्व में एक पहाड़ है, उसके मार्ग तक हुआ।
31. शेम के पुत्र ये ही हुए; और ये भिन्न भिन्न कुलों, भाषाओं, देशों और जातियों के अनुसार अलग अलग हो गए॥
32. नूह के पुत्रों के घराने ये ही हैं: और उनकी जातियों के अनुसार उनकी वंशावलियां ये ही हैं; और जलप्रलय के पश्चात पृथ्वी भर की जातियां इन्हीं में से हो कर बंट गई॥