1. जब शमूएल बूढ़ा हुआ, तब उसने अपने पुत्रों को इस्राएलियों पर न्यायी ठहराया।
2. उसके जेठे पुत्र का नाम योएल, और दूसरे का नाम अबिथ्याह था; थे बेर्शेबा में न्याय करते थे।
3. परन्तु उसके पुत्र उसकी राह पर न चले, अर्थात लालच में आकर घूस लेते और न्याय बिगाड़ते थे॥