20. भविष्यद्वाणियों को तुच्छ न जानो।
21. सब बातों को परखो: जो अच्छी है उसे पकड़े रहो।
22. सब प्रकार की बुराई से बचे रहो॥
23. शान्ति का परमेश्वर आप ही तुम्हें पूरी रीति से पवित्र करे; और तुम्हारी आत्मा और प्राण और देह हमारे प्रभु यीशु मसीह के आने तक पूरे पूरे और निर्दोष सुरक्षित रहें।
24. तुम्हारा बुलाने वाला सच्चा है, और वह ऐसा ही करेगा॥
25. हे भाइयों, हमारे लिये प्रार्थना करो॥
26. सब भाइयों को पवित्र चुम्बन से नमस्कार करो।
27. मैं तुम्हें प्रभु की शपथ देता हूं, कि यह पत्री सब भाइयों को पढ़कर सुनाईं जाए॥
28. हमारे प्रभु यीशु मसीह का अनुग्रह तुम पर होता रहे॥