30. और उसका जेठा पुत्र अब्दोन था, फिर शूर, कीश, बाल, नादाब।
31. गदोर; अह्यो और जेकेर हुए।
32. और मिकोत से शिमा उत्पन्न हुआ। और ये भी अपने भाइयों के साम्हने यरूशलेम में रहते थे, अपने भाइयों ही के साथ।
33. और नेर से कीश उत्पन्न हुआ, कीश से शाऊल, और शाऊल से योनातान, मलकीश, अबीनादाब, और एशबाल उत्पन्न हुआ।
34. और योनातन का पुत्र मरीब्बाल हुआ, और मरीब्बाल से मीका उत्पन्न हुआ।
35. और मीका के पुत्र पीतोन, मेलेक, तारे और आहाज।
36. और आहाज से यहोअद्दा उत्पन्न हुआ। और यहोअद्दा से आलेमेत, अजमावेत और जिम्री; और जिम्री से मोसा।
37. मोसा से बिना उत्पन्न हुआ। और इसका पुत्र रापा हुआ, रापा का एलासा और एलासा का पुत्र आसेल हुआ।
38. और आसेल के छ: पुत्र हुए जिनके ये नाम थे, अर्थात अज्रीकाम, बोकरू, यिश्माएल, शार्याह, ओबद्याह, और हानान। ये ही सब आसेल के पुत्र थे।
39. ओर उसके भाई एशेक के ये पुत्र हुए, अर्थात उसका जेठा ऊलाम, दूसरा यूशा, तीसरा एलीपेलेत।
40. और ऊलाम के पुत्र शूरवीर और धनुर्धारी हुए, और उनके बहुत बेटे-पोते अर्थात डेढ़ सौ हुए। ये ही सब बिन्यामीन के वंश के थे।