9. ये जो अपने अपने पितरों के घरानों के मुख्य पुरुष और बड़े वीर थे, इनके वंश की गिनती अपनी अपनी वंशावली के अनुसार बीस हजार दो सौ थी।
10. और यदीएल का पुत्र बिल्हान, और बिल्हान के पुत्र, यूश, बिन्यामीन, एहूद, कनाना, जेतान, तशींश और अहीशहर थे।
11. ये सब जो यदीएल की सन्तान और अपने अपने पितरों के घरानों में मुख्य पुरुष और बड़े वीर थे, इनके वंश से सेना में युद्ध करने के योग्य सत्रह हजार दो सौ पुरुष थे।
12. और ईर के पुत्र शुप्पीम और हुप्पीम और अहेर के पुत्र हूशी थे।
13. नप्ताली के पुत्र, एहसीएल, गूनी, येसेर और शल्लूम थे, ये बिल्हा के पोते थे।
14. मनश्शे के पुत्र, अस्रीएल जो उसकी अरामी रखेली स्त्री से उत्पन्न हुआ था; और उस अरामी स्त्री ने गिलाद के पिता माकीर को भी जन्म दिया।
15. और माकीर ( जिसकी बहिन का नाम माका था ) उसने हुप्पीम और शुप्पीम के लिये स्त्रियां ब्याह लीं, और दूसरे का नाम सलोफाद था, और सलोफाद के बेटियां हुईं।
16. फिर माकीर की स्त्री माका के एक पुत्र उत्पन्न हुआ और उसका नाम पेरेश रखा; और उसके भाई का नाम शेरेश था; और इसके पुत्र ऊलाम और राकेम थे।
17. और ऊलाम का पुत्र बदान। ये गिलाद की सन्तान थे जो माकीर का पुत्र और मनश्शे का पोता था।
18. फिर उसकी बहिन हम्मोलेकेत ने ईशहोद, अबीएजेर और महला को जन्म दिया।
19. और शमीदा के पुत्र अह्यान, शेकेम, लिखी और अनीआम थे।
20. और एप्रैम के पुत्र शूतेलह और शूतेलह का बेरेद, बेरेद का तहत, तहत का एलादा, एलादा का तहत।
21. तहत का जाबाद और जाबाद का पुत्र शूतेलह हुआ, और येजेर और एलाद भी जिन्हें गत के मनुष्यों ने जो उस देश में उत्पन्न हुए थे इसलिये घात किया, कि वे उनके पशु हर लेने को उतर आए थे।
22. सो उनका पिता एप्रैम उनके लिये बहुत दिन शोक करता रहा, और उसके भाई उसे शांति देने को आए।
23. और वह अपनी पत्नी के पास गया, और उसने गर्भवती हो कर एक पुत्र को जन्म दिया और एप्रैम ने उसका नाम इस कारण बरीआ रखा, कि उसके घराने में विपत्ति पड़ी थी।