41. मल्किय्याह एत्नी का, एत्नी जेरह का, जेरह अदायाह का।
42. अदायाह एतान का, एतान जिम्मा का, जिम्मा शिमी का।
43. शिमी यहत का, यहत गेर्शोम का, गेर्शोम लेवी का पुत्र था।
44. और बाईं ओर उनके भाई मरारी खड़े होते थे, अर्थात एताव जो कीशी का पुत्र था, और कीशी अब्दी का, अब्दी मल्लूक का।
45. मल्लूक हशब्याह का, हशब्याह अमस्याह का, अमस्याह हिलकिय्याह का।
46. हिलकिय्याह अमसी का, अमसी बानी का, बानी शेमेर का।
47. शेमेर महली का, महली मूशी का, मूशी मरारी का, और मरारी लेवी का पुत्र था।
48. और इनके भाई जो लेवीय थे वह परमेश्वर के भवन के निवास की सब प्रकार की सेवा के लिये अर्पण किए हुए थे।
49. परन्तु हारून और उसके पुत्र होमबलि की वेदी, और धूप की वेदी दोनों पर बलिदान चढ़ाते, और परम पवित्रस्थान का सब काम करते, और इस्राएलियों के लिये प्रायश्चित करते थे, जैसे कि परमेश्वर के दास मूसा ने आज्ञाएं दी थीं।
50. और हारून के वंश में ये हुए, अर्थात उसका पुत्र एलीआजर हुआ, और एलीआजर का पीनहास, पीनहास का अबीशू।
51. अबीशू का बुक्की, बुक्की का उज्जी, उज्जी का जरह्याह।
52. जरह्याह का मरायोत, मरायोत का अमर्याह, अमर्याह का अहीतूब।
53. अहीतूब का सादोक और सादोक का अहीमास पुत्र हुआ।
54. और उनके भागों में उनकी छावनियों के अनुसार उनकी बस्तियां ये हैं, अर्थात कहात के कुलों में से पहिली चिट्ठी जो हारून की सन्तान के नाम पर निकली।
55. अर्थात चारों ओर की चराइयों समेत यहूदा देश का हेब्रोन उन्हें मिला।
56. परन्तु उस नगर के खेत और गांव यपुन्ने के पुत्र कालेब को दिए गए।