16. लेवी के पुत्र गेर्शोम, कहात और मरारी।
17. और गेर्शोम के पुत्रों के नाम ये थे, अर्थात लिब्नी और शिमी।
18. और कहात के पुत्र अम्राम, यिसहार, हेब्रोन और उज्जीएल।
19. और मरारी के पुत्र महली और मूशी और अपने अपने पितरों के घरानों के अनुसार लेवियों के कुल ये हुए।
20. अर्थात, गेर्शोन का पुत्र लिब्नी हुआ, लिब्नी का यहत, यहत का जिम्मा।
21. जिम्मा का योआह, योआह का इद्दो, इद्दो का जेरह, और जेरह का पुत्र यातरै हुआ।
22. फिर कहात का पुत्र अम्मीनादाब हुआ, अम्मीनादाब का कोरह, कोरह का अस्सीर।
23. अस्सीर का एल्काना, एल्काना का एब्यासाप, एब्यासाप का अस्सीर।
24. अस्सीर का तहत, तहत का ऊरीएल, ऊरीएल का उज्जिय्याह और उज्जिय्याह का पुत्र शाऊल हुआ।
25. फिर एल्काना के पुत्र अमासै और अहीमोत।
26. एल्काना का पुत्र सोपै, सोपै का नहत।
27. नहत का एलीआब, एलीआब का यरोहाम, और यरोहाम का पुत्र एल्काना हुआ।
28. और शमूएल के पुत्र, उसका जेठा योएल और दूसरा अबिय्याह हुआ।
29. फिर मरारी का पुत्र महली, महली का लिब्नी, लिब्नी का शिमी, शिमी का उज्जा।
30. उज्जा का शिमा; शिमा का हग्गिय्याह और हग्गिय्याह का पुत्र असायाह हुआ।
31. फिर जिन को दाऊद ने सन्दूक के ठिकाना पाने के बाद यहोवा के भवन में गाने के अधिकारी ठहरा दिया वे ये हैं।
32. जब तक सुलैमान यरूशलेम में यहोवा के भवन को बनवा न चुका, तब तक वे मिलापवाले तम्बू के निवास के साम्हने गाने के द्वारा सेवा करते थे; और इस सेवा में नियम के अनुसार उपस्थित हुआ करते थे।