26. और यरह्मेल की एक और पत्नी थी, जिसका नाम अतारा था; वह ओनाम की माता थी।
27. और यरह्मेल के जेठे राम के ये पुत्र हुए, अर्थात मास, यामीन और एकेर।
28. और ओनाम के पुत्र शम्मै और यादा हुए। और शम्मै के पुत्र नादाब और अबीशूर हुए।
29. और अबीशूर की पत्नी का नाम अबीहैल था, और उस से अहबान और मोलीद उत्पन्न हुए।
30. और नादाब के पुत्र सेलेद और अत्पैम हुए; सेलेद तो नि:सन्तान मर गया। और अप्पैम का पुत्र यिशी।
31. और यिशी का पुत्र शेशान और शेशान का पुत्र: अहलै।
32. फिर शम्मै के भाई यादा के पुत्र: येतेर और योनातान हुए; येतेर तो नि:सन्तान मर गया।
33. योनातान के पुत्र पेलेत और जाजा; यरह्मेल के पुत्र ये हुए।
34. शेशान के तो बेटा न हुआ, केवल बेटियां हुई। शेशान के पास यर्हा नाम एक मिस्री दास था।
35. और शेशान ने उसको अपनी बेटी ब्याह दी, और उस से अत्तै उत्पन्न हुआ।