9. जब हमात के राजा तोऊ ने सुना, कि दाऊद ने सोबा के राजा हदरेजेर की समस्त सेना को जीत लिया है,
10. तब उसने हदोराम नाम अपने पुत्र को दाऊद राजा के पास उसका कुशल क्षेम पूछने और उसे बधाई देने को भेजा, इसलिये कि उसने हदरेजेर से लड़ कर उसे जीत लिया था; ( क्योंकि हदरेजेर तोऊ से लड़ा करता था ) और हदोराम सोने चांदी और पीतल के सब प्रकार के पात्र लिये हुए आया।
11. इन को दाऊद राजा ने यहोवा के लिये पवित्र कर के रखा, और वैसा ही उस सोने-चांदी से भी किया जिसे सब जातियो से, अर्थात एदोमियों मोआबियों, अम्मोनियों, पलिश्तियों, और अमालेकियों से प्राप्त किया था।
12. फिर सरूयाह के पुत्र अबीशै ने लोन की तराई में अठारह हजार एदोमियों को मार लिया।
13. तब उसने एदोम में सिपाहियों की चौकियां बैठाईं; और सब एदोमी दाऊद के आधीन हो गए। और दाऊद जहां जहां जाता था वहां वहां यहोवा उसको जय दिलाता था।
14. दाऊद तो सारे इस्राएल पर राज्य करता था, और वह अपनी सब प्रजा के साथ न्याय और धर्म के काम करता था।
15. और प्रधान सेनापति सरूयाह का पुत्र योआब था; इतिहास का लिखने वाला अहीलूद का पुत्र यहोशापात था।
16. प्रधान याजक, अहीतूब का पुत्र सादोक और एब्यातार का पुत्र अबीमेलेक थे; मंत्री शबशा था।
17. करेतियों और पकेतियों का प्रधान यहोयादा का पुत्र बनायाह था; और दाऊद के पुत्र राजा के पास मुखिये हो कर रहते थे।