2. ये धनुर्धारी थे, जो दाहिने-बायें, दोनों हाथों से गोफन के पत्थर और धनुष के तीर चला सकते थे; और ये शाऊल के भाइयों में से बिन्यामीनी थे।
3. मुख्य तो अहीएजेर और दूसरा योआश था जो गिबावासी शमाआ का पुत्र था; फिर अजमावेत के पुत्र यजीएल और पेलेत, फिर बराका और अनातोती येहू।
4. और गिबोनी यिशमायाह जो तीसों में से एक वीर और उनके ऊपर भी था; फिर यिर्मयाह, यहजीएल, योहानान, गदेरावासी योजाबाद।
5. एलूजै, यरीमोत, बाल्याह, शमर्याह, हारूपी शपत्याह।
6. एल्काना, यिशिय्याह, अजरेल, योएजेर, याशोबाम, जो सब कोरहवंशी थे।
7. और गदोरवासी यरोहाम के पुत्र योएला और जबद्याह।
8. फिर जब दाऊद जंगल के गढ़ में रहता था, तब ये गादी जो शूरवीर थे, और युद्ध विद्या सीखे हुए और ढाल और भाला काम में लाने वाले थे, और उनके मुह सिंह के से और वे पहाड़ी मृग के समान वेग से दौड़ने वाले थे, ये और गादियों से अलग हो कर उसके पास आए।
9. अर्थात मुख्य तो एजेर, दूसरा ओबद्याह, तीसरा एलीआब।
10. चौथा मिश्मन्ना, पांचवां यिर्मयाह।
11. छठा अत्तै, सातवां एलीएल।
12. आठवां योहानान, नौवां एलजाबाद।
13. दसवां यिर्मयाह और ग्यारहवां मकबन्नै था।
14. ये गादी मुख्य योद्धा थे, उन में से जो सब से छोटा था वह तो एक सौ के ऊपर, और जो सब से बड़ा था, वह हजार के ऊपर था।
15. ये ही वे हैं, जो पहिले महीने में जब यरदन नदी सब कड़ाड़ों के ऊपर ऊपर बहती थी, तब उसके पार उतरे; और पूर्व और पश्चिम दानों ओर के सब तराई के रहने वालों को भगा दिया।
16. और कई एक बिन्यामीनी और यहूदी भी दाऊद के पास गढ़ में आए।